रवीना टंडन काशी के घाटों पर बंजारन की तरह घूम रही है, फोटो और वीडियो हुआ वायरल

बॉलीवुड इंडस्ट्री की मशहूर अभिनेत्री रवीना टंडन को आज के समय में किसी की परिचय की जरूरत नहीं है! रवीना टंडन ने बॉलीवुड इंडस्ट्री कई हिट फिल्म दी है! जिसके चलते आज उनकी पहचान काफी ज्यादा हो गयी है,वही अभिनेत्री को पिछले दिल फिल्म kgf 2 में देखा गया था! जिसके बाद अब तक अभिनेत्री को किसी फिल्म में नहीं देखा गया.

लेकिन सोशल मिडिया के माध्यम से अभिनेत्री हमेशा अपने फेंस के बिच एक्टिव रहती है,आय दिन रवीना के चर्चे सोशल मिडिया पर होते रहते है! हाल ही में एक बार फिर से अभिनेत्री खबरों में बनी हुई है, इस बार अभिनेत्री धार्मिक स्थलों पर दर्शन करने के लिए पहुंची है जगह की कुछ तस्वीरें सामने आ रही हैं! जिसमें वह घाट पर और गंगा किनारे बिताए हुए कुछ खास पलों की तस्वीरें हैं.

वही आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि रवीना टंडन जी धार्मिक यात्रा के लिए गई थी वह कोई यात्रा नहीं बल्कि उनके पिता को श्रद्धांजलि देने के लिए रवीना टंडन वहां पर पहुंची थी जहां पर गंगा के घाट पर अभिनेत्री ने अपने पिता को दीपदान किया वहीं अभिनेत्री ने उस दौरान की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की है जो इन दिनों काफी पसंद की जा रही है!

‘जन्मदिन और शिवरात्रि, आपको याद करने के लिए इससे अच्छी जगह नहीं’

स्वर्गीय पापा को याद करते हुए रवीना लिखती हैं कि आपके जन्मदिन और महाशिवरात्रि पर, मेरे लिए आपको स्मरण करने का इससे बेहतर कोई जगह नहीं हो सकती। सांझ से भोर तक, हम पूरे टाइम काशी विश्वनाथ और आपके साथ हैं। यहां से आपको अलविदा कह रहीं हूं। आपको हमेशा प्यार ! जय शिव शंकर भोलेनाथ! हर हर महादेव ! हर हर गंगे


रवीना टंडन के पिता रवि टंडन की मौत पिछले साल 11 फरवरी को हुई थी। 17 फरवरी को रवि टंडन की पहली जयंती थी। इस दौरान रवीना ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर अपने पापा के साथ कुछ पुरानी तस्वीरें भी डालीं।वही आपको यह भी बता दें कि रवीना टंडन जब सुबह 5:00 बजे उठकर अस्सी घाट पहुंची तो वहां का नजारा देखने के बाद रवीना टंडन को ऐसा महसूस हुआ कि यह काफी शांति जगह है.

वही रवीना टंडन जगहों का एहसास करते हुए यह भी लिखा है कि- इन सबसे अधिक दिव्य और सुंदर जीवन में कुछ नहीं होता है अपनी इस यात्रा में उन्होंने घाट मंदिर गंगा नदी किले और आसपास के कई जगहों के दर्शन किए जहां जिन्होंने फोटो भी क्लिक करें और लिखा कि मैं बंजारन हूं.