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दिग्‍गज उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) और आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) के साथ तस्‍वीर में द‍िख रही यह महिला कौन है? इन जाने-माने कारोबारियों को वह तिरंगा क्‍यों दे रही हैं? ये सवाल आपके मन में जरूर कौंध रहे होंगे। आपको बता दें कि आनंद महिंद्रा ने इनके साथ अपनी फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। दिग्‍गज उद्योगपत‍ि ने उनके हाथों से तिरंगा पाने पर फख्र जाहिर किया है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्‍णव (Ashwini Vaishnaw) ने भी उनकी तस्‍वीरें शेयर की हैं। बस बहुत हुआ। अब आपका टेस्‍ट और नहीं लेंगे। तस्‍वीर में आनंद महिंद्रा और रतन टाटा के साथ दिख रही ये महिला हैं मुंबई की पोस्‍टमास्‍टर जनरल (PMG) स्‍वाति पांडे। हर घर तिरंगा कैंपेन के तहत वह इन उद्योगपतियों को तिरंगा देने पहुंची थीं। अश्विनी वैष्‍णव का कनेक्‍शन यह है कि वह डाक विभाग के भी मंत्री हैं।

स्‍वाति सीनियर ब्‍यूरोक्रेट हैं। अभी वह पोस्‍ट मास्‍टर जनरल की हैसियत से भारतीय डाक का प्रतिनिधित्व करती हैं। वह चिल्‍ड्रेन फिल्‍म सोसाइटी की सीईओ भी रह चुकी है। यहां उनका कार्यकाल अप्रैल 2016 से मार्च 2018 तक रहा था। इसके अलावा परमाणु ऊर्जा विभाग में वह डायरेक्‍टर (एडमिनिस्‍ट्रेशन) के तौर पर सेवाएं दे चुकी हैं।

स्‍वाति पांडे के हाथों तिरंगा पाने पर आनंद महिंद्रा ने लिखा, ‘हर घर तिरंगा कैंपेन के हिस्से के तौर पर पोस्टमास्टर जनरल, मुंबई स्वाति पांडे से तिरंगा प्राप्त करना एक सम्मान की बात थी। हमारी डाक प्रणाली में झंडा ऊंचा रखने के लिए स्वाति का धन्यवाद। डाक प्रणाली अब अभी भी हमारे देश की धड़कन है!’

हर घर तिरंगा कैंपेन के तहत ही स्‍वाति पांडे ने रतन टाटा को भी तिरंगा दिया। इसके अलावा वह फिल्‍म अभिनेता अनुपम खेर को भी तिरंगा देते दिखाई दीं। डाक विभाग ने इस कैंपेन के तहत 10 दिनों में 1 करोड़ से ज्‍यादा राष्‍ट्रीय ध्‍वज बेचे हैं। इन्‍हें बहुत मामूली कीमतों पर डाक विभाग से खरीदा जा सकता है। विभाग झंडों की ऑनलाइन बिक्री भी कर रहा है।

देश की स्वतंत्रता के 75 वर्ष का जश्न मनाने के लिए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत हर घर तिरंगा अभियान चलाया गया है। डाक विभाग 20 इंच चौड़े, 30 इंच लंबे तिरंगे को सिर्फ 25 रुपये प्रति झंडा उपलब्ध करा रहा है। डाक घरों से झंडों की बिक्री एक अगस्त से शुरू हो चुकी है। कोई भी व्यक्ति अपने घर से ई-पोस्टऑफिस सर्विस के जरिये उसी कीमत पर अधिकतम पांच झंडे का ऑर्डर भी कर सकता है। डाकिया बिना किसी डिलीवरी शुल्क के इन झंडों की डिलीवरी करेगा। अभी तक देश में करीब 1.75 लाख लोगों ने झंडे को ऑनलाइन ऑर्डर किया है।