ओमपुरी ने बनाया था 25 साल की नौकरानी को अपनी ह’वस का शिकार, फिर इस महिला से चलाया था चक्कर

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ओमपुरी ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘घासीराम कोतवाल’ से की थी। ओमपुरी एक ऐसे अभिनेता थे कि उनकी हर अदा कायल थी।ओमपुरी ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है। छह साल की उम्र में वे बेघर हो गए और उन्हें दिन में दो वक्त के लिए बर्तन धोना पड़ा। लेकिन बॉलीवुड में आने के बाद उनकी जिंदगी बदल गई और उनका नाम जाने-माने अभिनेताओं की लिस्ट में आ गया। जिंदगी से जुड़ी कई बातें हैं। ओमपुरी के। जानने के लिए लेख को अंत तक पढ़ें।

अपनी एक्टिंग से लोगों को कायल करने वाले इस अभिनेता की निजी जिंदगी विवादों से भरी रही। कहा जाता है कि ओम पुरी का महज 14 साल की उम्र में अपनी नौकरानी के साथ अफेयर चल रहा था। बता दें, कियोम पुरी ने दो शादियां की थीं। उनकी दूसरी पत्नी नंदिता पुरी ने उनके जीवन पर किताब ‘अनलाइकली हीरो: द स्टोरी ऑफ ओम पुरी’ लिखी। इस किताब के आने के बाद काफी विवाद हुआ था।

इसमें उन्होंने ओम पुरी को लेकर कई बड़े खुलासे किए। नंदिता ने अपनी किताब में अभिनेता की बचपन से लेकर बुढ़ापे तक की कहानियों का जिक्र किया था। जब अभिनेता से इस कहानी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि आप मुझे एक बात बताएं, इसमें 14 साल के बच्चे का दोष है या 55 साल की महिला का? किताब में ओम पुरी की पत्नी ने उल्लेख किया है कि, मामा के घर में एक बार लाइट चली गई तो नौकरानी ने ओमपुरी को पकड़ लिया और उससे संपर्क किया. इतना ही नहीं नंदिता ने उस नौकरानी को ओम पुरी का पहला प्यार बताया था।

साथ ही उन्होंने किताब में लिखा कि ओम पुरी भी एक महिला के साथ रिश्ते में थे जो उनके बीमार पिता की देखभाल करती थी। उस समय अभिनेता 37 वर्ष के थे। इस बारे में ओम पुरी ने कहा था कि, मेरे लिए वह नौकरानी नहीं थी। वह हमारे घर में सबका ख्याल रखती थी। मेरे पिता लगभग 80 वर्ष के थे और उनकी देखभाल किसी ने नहीं की। वह एक तलाकशुदा महिला थी और उस समय मेरी शादी भी नहीं हुई थी।

गौरतलब है कि ओमपुरी ने जब अपने जीवन की किताब पढ़ी तो उन्हें लगा कि प्रशंसकों के बीच उन्हें अपमानित किया जा रहा है. उनकी इन दोनों कहानियों ने ओमपुरी का दर्जा कम कर दिया है। इस बात को लेकर नंदिता और ओमपुरी के बीच काफी बहस हुई और आखिरकार दोनों अलग हो गए।

ओम पुरी अपनी निजी जिंदगी में काफी दर्द से गुजरे हैं। जीवन के अंतिम दिनों में वे अकेले थे। एक महान अभिनेता को इस तरह दुनिया से जाते हुए देखना सभी के लिए दुखद था। अर्धसत्य से लेकर मकबूल और माचिस तक की उनकी फिल्में आज भी याद की जाती हैं। इनमें उनकी दमदार एक्टिंग देखी जा सकती है.