बायकॉट लाल सिंह चड्ढा (Boycott Laal Singh Chaddha) ट्रेंड होता देख आमिर खान का गला भले ही सूख रहा है लेकिन बॉलीवुड की अभिनेत्री करीना कपूर खान (Kareena Kapoor Khan) ने अपना अंदाज नहीं छोड़ा है. करीना ने कहा है कि मैंने देखा है कि कुछ लोग हमारी फिल्म को बॉयकॉट के लिए हैशटैग चला रहे हैं. इसमें कोई बड़ी बात नहीं है.
आज के जमाने में अलग-अलग प्लेटफॉर्म हैं. हर किसी की अपनी राय है. तो अगर लोग लाल सिंह चड्ढा को बायकॉट कर रहे हैं तो हमें इसे नजरअंदाज करने की जरूरत है. मान लीजिए अगर हमारी फिल्म अच्छी निकली तो फिर ये लोग क्या कर सकते हैं? इसलिए मैं इन बातों को सीरियस नहीं लेती हूं. मुझे विश्सास है कि अगर फिल्म अच्छी है तो लोगों की प्रतिक्रिया अच्छी ही मिलेगी और वह इस तरह की सभी बातों से आगे निकल जाएगी. इसलिए हमें इस तरह की चीजों को इग्नोर करना सीखना चाहिए, वरना जिंदगी जीना मुश्किल हो जाएगा.
तो क्या आमिर खान बेवकूफ हैं जो लोगों ने मिन्नते कर रहे हैं कि भइया मैं भी देश से प्रेम करता हूं, मेरी फिल्म का बहिष्कार मत करो. जी हां, आमिर खान ने कहा है कि मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि, कुछ लोगों को लगता है कि मैं भारत को पसंद नहीं करता हूं…जबकि ऐसा नहीं है. कृपया मेरी फिल्म का बहिष्कार ना करें.
वहीं अब #BoycottLaalSinghChaddha लिखने वाले को करीना कपूर का यह एटीट्यूड बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है, क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि करीना कपूर ने अपना घमंडी रूप दुनिया के सामने जाहिर किया हो. इसके पहले नेपोटिज्म पर भी करीना ने बड़े ही तेवर में कहा था कि, अगर आपको हमारी फिल्म पसंद नहीं है तो मत देखो ना. कोई जबरदस्ती नहीं है. कोई आपसे पूछने नहीं जाएगा. आपने ही हमें स्टार बनाया है. तो आप जा रहे हो ना फिल्म देखने तो मत जाओ. सच बताऊं तो मुझे ये नेपोटिज्म से जुड़ी चर्चा काफी अजीब लगती है.
शायद करीना को पता ही नहीं है कि फिल्म का विरोध क्यों किया जा रहा है? अब लोगों ने कहा है कि हमने ही स्टार बनाया है तो अब हम बताते हैं कि घमंड तोड़ना क्या होता है? अब इनकी सही औकात दिखाइए. कुमार डी नामक यूजर ने लिख है कि लाल सिंह चड्ढा की वजह से करीना कपूर खान अलग ही लेवल पर हैं. उनकी एरोगेंस और इग्नोरेंस. उन्हें लगता है कि दर्शक उनसे नीचे हैं.
वैसे भी अब करीना कपूर कितना भी कूद लें, लेकिन सच तो यही है कि फिल्म आमिर खान की कहलाएगी. अब बजरंगी भाई जान में करीना कपूर का कितना रोल था? हीरो सलमान खान और लीड रोल में तो वह बच्ची मुन्नी थी. पहले भी अभिनेत्रियों के साथ ऐसा ही होता रहा है. कहने को लीड एक्ट्रेस लेकिन सही मायने में साइड रोल के अलावा कुछ खास रोल नहीं मिलता…तो अगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर पिट भी जाती है तो नाक तो आमिर खान की कटने वाली है, क्योंकि वे 2,3 साल में सिर्फ एक फिल्म ही करते हैं.
करीना कपूर की आखिर ऐसी क्या आदते हैं कि लोग उन्हें घमंडी कहते हैं? कोई कहता है कि वे अपनी खूबसूरती पर फिल्म जब वी मेट की गीत की तरह इतराती हैं. उन्हें लगता है कि वे पटौदी खानदान की बहू हैं और कपूर खानदान की बेटी…किसी को लगता है कि वे अंडर में काम करने वाले लोगों के साथ बुरा व्यवहार करती हैं और उनसे ठीक से बात तक नहीं करतीं. आपको क्या लगता है?